उज्जैन में किसानों ने सड़क पर बांटा मुफ्त प्याज: ₹2 किलो भाव से नाराज, सरकार से समर्थन मूल्य पर खरीद की मांग
उज्जैन। किसानों की आहत आवाज एक बार फिर सड़कों पर गूंज उठी। उज्जैन जिले में किसानों ने मंडी में मात्र ₹2 प्रति किलो भाव मिलने से नाराज होकर करीब 50 क्विंटल प्याज लोगों को मुफ्त में बांट दिया। यह विरोध प्रदर्शन संयुक्त कृषक संगठन, जिला उज्जैन के साथ मिलकर किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।
₹12 किलो लागत, ₹2 किलो भाव – भारी घाटा
किसानों ने बताया कि एक किलो प्याज की उत्पादन लागत ₹12 आती है, लेकिन मंडियों में उन्हें मात्र ₹2 प्रति किलो का भाव मिल रहा है। यानी हर किलो पर ₹10 का सीधा घाटा हो रहा है। इससे परेशान होकर उन्होंने प्याज बेचने के बजाय सड़कों पर बांटने का निर्णय लिया।
सड़कों पर लगी लंबी लाइनें, रास्ता हुआ जाम
जैसे ही किसानों ने मुफ्त प्याज वितरण शुरू किया, आगर-उज्जैन मार्ग पर लोगों की लंबी कतारें लग गईं। सैकड़ों लोग प्याज लेने के लिए उमड़ पड़े। स्थिति यह हो गई कि सड़क पूरी तरह जाम हो गई। चिमनगंज थाना पुलिस को मौके पर पहुंचकर यातायात सुचारू करना पड़ा।
समर्थन मूल्य पर ₹24 किलो में खरीद की मांग
किसानों ने सरकार से मांग की है कि प्याज का समर्थन मूल्य कम से कम ₹24 प्रति किलो तय किया जाए और सरकार सीधी खरीद करे। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो किसानों को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
संयुक्त कृषक संगठन का बयान
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि “हम अपनी मेहनत से उगाई गई फसल को औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हैं। यह सिर्फ आर्थिक ही नहीं, मानसिक पीड़ा भी है। अगर सरकार ने फौरन कार्रवाई नहीं की तो पूरे जिले में बड़ा आंदोलन होगा।”
